Save hasdeo save tribal
सरकार खुद कहती है, पर्यावरण बचाओ पेड़ पौधे लगाओ
लेकिन ये हसदेव में क्या हो रहा है ?
सरकार और अण्डानी
संस्कृति छीन रहे है
प्रकृति छीन रहे है
और कोयले की खजाने को लुटने की षड़यन्त्र रच रहे है
इन हरकतो को देख आदिवासी
जल जंगल जमीन और संस्कृति को बचाने के लिये सड़को पर धरना दे रहे है
और अपनी अवाज उठा रहे है
और कह रहे है कि
हम प्रकृति के रक्षक है
हम प्रकृति के सेवक है
हम अपनी जान दे देंगे पर अपनी प्रकृति को नीलाम होने नहीं देंगे
पर इनकी बातो को
ना सरकार सुन रही
ना नेताये सुन रहै
और ना ही सरकार के नौकर सुन रहे है ।।
0 टिप्पणियाँ
please do not enter any spam link in the comment box